अगर पार्षद निंदा प्रस्ताव निगम कमिश्नर के खिलाफ ला रहे हैंतो इसमें क्या बुराई की बात है क्योंकि पार्षदों के वार्डों में जब काम ही नहीं होगा तो वह वोट किस मुंह से मांगने जाएंगे अगर देखा जाए तो कई जगह सड़क सीवर चौक पड़ी हुई है कई जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं अगर वार्ड क्रमांक पांच की बात की जाए तो झाड़ू भी दो-तीन दिन छोड़कर लगाई जाती है वार्ड के वार्ड के zo भी कभी वार्ड का निरीक्षण नहीं करते रही बात निगम कमिश्नर महोदय की वह तो और भी महान है जब उनको फोन किया जाता है तो रिसीव भी नहीं होता है और वह हमेशा मीडिया से बचते हुए नजर आते हैं
अगर पार्षद निंदा प्रस्ताव निगम कमिश्नर के खिलाफ ला रहे हैं